जुलाई तक सिर्फ 20% भारतीयों को ही मिल पाएगी कोरोना वैक्सीन, सबसे पहले इन लोगों को लगेगा टीका
By: Pinki Mon, 05 Oct 2020 09:17:24
देश में कोरोना वायरस के नए केस सामने आने की संख्या पिछले दो हफ़्तों से लगातार घट रही है। रोज सामने आने वाले नए केस का सात-दिन का औसत 16 सितंबर को 93,199 था, जो 1 अक्टूबर को घटकर 82,214 रह गया है। नए केस में इस तरह की गिरावट पहली बार सामने आई है। इसी तरह रिकवरी रेट भी बढ़कर 83.84% हो चुका है। इस समय 54.28 लाख लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं। वहीं, एक्टिव केस की संख्या भी सितंबर के 10 लाख से ज्यादा केस से घटकर 9.45 लाख के आसपास पहुंच चुकी है।
20-25 करोड़ लोगों को लगेगा टीका
वहीं, कोरोना वैक्सीन को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि सरकार जुलाई 2021 तक 40-50 करोड़ डोज हासिल करने की उम्मीद कर रही है। इससे 20-25 करोड़ लोगों को टीका लग जाएगा। यानी सरकारी अनुमान के हिसाब से जुलाई तक केवल 20% आबादी को ही वैक्सीन मिल पाएगी। भारत की वर्तमान जनसंख्या 130 करोड़ बताई जाती है। स्वास्थ्य मंत्री के अनुसार, वैक्सीन 2021 की तीसरी तिमाही से ही उपलब्ध हो पाएगी। उन्होंने बताया कि राज्यों से ऐसे लोगों की लिस्ट मांगी गई है जिन्हें पहले टीका लगाया जाएगा। हर्षवर्धन ने कहा कि शुरुआती डोज डॉक्टर्स, नर्सेज, पैरामेडिक्स जैसे हेल्थकेयर वर्कर्स को मिलेगी। वैक्सीन केंद्र सरकार हासिल करेगी इसलिए राज्यों से कहा गया है कि वे वैक्सीन निर्माताओं से कोई डील न करें। भारत में तीन वैक्सीन इंसानों पर ट्रायल के 2/3 दौर में हैं। हर्षवर्धन ने कहा कि सरकार वैक्सीन के भंडारण और टीकाकरण की प्रक्रिया को लेकर फ्रेमवर्क तैयार करने के अंतिम चरण में है।
इतना ही नहीं विदेश में डेवलप हो रहीं वैक्सीन के बारे में हर्षवर्धन का कहना है कि बाहर से आने वाली वैक्सीन सुरक्षित और असरदार हैं या नहीं, यह सुनिश्चित करने के बाद ही लोगों को दी जाएगी। उन्होंने यह भी साफ किया है रूसी वैक्सीन Sputnik V को लेकर सरकार ने कोई फैसला अबतक नहीं किया है।
आप तक कैसे पहुंचेगी वैक्सीन?
हर्षवर्धन ने बताया कि वैक्सीन एक बार डेटा वैलिडेट हो जाए तो वैक्सीन को अप्रूवल मिलने में देरी का कोइ तुक नहीं है। उन्होंने कहा कि नीति आयोग के डॉ वीके पॉल की अगुवाई में एक हाई लेवल कमिटी पूरा प्लान बना रही है। किस देश की वैक्सीन कब उपलब्ध होगी, फार्मा कंपनियों से उनकी वैक्सीन के बारे में जानकारी लेना और भारत में पर्याप्त टीके मुहैया कराना इस कमिटी का जिम्मा होगा। इन्वेंट्री और सप्लाई चेन मैनेजमेंट के लिए भी इंतजाम किए जा रहे हैं। वैक्सीन के कंसाइनमेंट्स की रियल टाइम ट्रैकिंग होगी और ब्लैक-मार्केटिंग नहीं होने दी जाएगी। केंद्र सरकार वैक्सीन हासिल करने के बाद राज्यों को डोज भेजेगी। राज्यों को वैक्सीन की स्टोरेज और टीकाकरण का इंतजाम करना होगा।
भारत में वैक्सीन का क्या है स्टेटस?
देश में तीन वैक्सीन ऐसी हैं जो फेज 2/3 ट्रायल से गुजर रही हैं। अभी तक इनके नतीजे उम्मीद जगाने वाले रहे हैं। सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने ऑक्सफर्ड-अस्त्राजेनेका की वैक्सीन में पार्टनरशिप की है। कंपनी देश में उनके टीके 'कोविशील्ड' का ट्रायल कर रही है। इसके अलावा भारत बायोटेक ने Covaxin नाम से टीका तैयार किया है। जायडस कैडिला ने ZyCov-D नाम से वैक्सीन बनाई है। भारत उस GAVI गठबंधन का भी हिस्सा है जो कम और मध्य आय वाले 92 देशों को वैक्सीन मुहैया कराने के लिए बनाया गया है।
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